पटना में अपराधियों का दुस्साहस: अस्पताल में घुसकर मरीज को मारी गोली!

पटना में अपराधियों का दुस्साहस: अस्पताल में घुसकर मरीज को मारी गोली! बिहार की राजधानी पटना में अपराध की घटनाएँ थमने का नाम नहीं ले रही हैं। इस बार अपराधियों ने सारी हदें पार कर दीं और दिन-दहाड़े एक अस्पताल में घुसकर एक मरीज की गोली मारकर हत्या कर दी। यह घटना पटना के मशहूर पारस अस्पताल में हुई, जिसने न केवल शहर की कानून-व्यवस्था पर सवाल उठाए हैं, बल्कि अस्पताल जैसे सुरक्षित स्थानों की सुरक्षा पर भी गंभीर चिंता जताई है। इस घटना ने आम लोगों के मन में डर को और गहरा कर दिया है।

पटना में अपराधियों का दुस्साहस: अस्पताल में घुसकर मरीज को मारी गोली!

पारस अस्पताल में क्या हुआ?

पटना में अपराधियों का दुस्साहस: अस्पताल में घुसकर मरीज को मारी गोली 17 जुलाई 2025 को सुबह करीब 11 बजे पटना के राजा बाजार इलाके में स्थित पारस अस्पताल में यह खौफनाक घटना घटी। चंदन मिश्रा नाम का एक मरीज, जो बक्सर का रहने वाला था और हत्या के मामले में बेउर जेल में बंद था, स्वास्थ्य कारणों से पैरोल पर रिहा होकर अस्पताल में भर्ती था। पुलिस सूत्रों के अनुसार, चार अपराधी मास्क पहनकर अस्पताल के ICU में कमरा नंबर 209 में घुसे और चंदन को तीन-चार गोलियाँ मार दीं। मात्र 25 सेकंड में उन्होंने इस वारदात को अंजाम दिया और फरार हो गए। सीसीटीवी फुटेज में साफ दिखा कि अपराधी बिना किसी डर के अस्पताल में घुसे और हत्या करके निकल गए।

हत्या के पीछे की वजह?

 

पुलिस की प्रारंभिक जाँच में यह अनुमान लगाया जा रहा है कि यह हत्या गैंगवार का नतीजा है। चंदन मिश्रा एक कुख्यात अपराधी था, जिसके खिलाफ कई हत्या और अपराध के मामले दर्ज थे। पुलिस को शक है कि शेरू गैंग नामक एक प्रतिद्वंद्वी गिरोह इस हत्या के लिए जिम्मेदार है। बिहार में गैंगवार कोई नई बात नहीं है, लेकिन अस्पताल जैसे संवेदनशील स्थान पर इस तरह की घटना होना वाकई चिंताजनक है।

 पटना में अपराधियों का दुस्साहस: अस्पताल में घुसकर मरीज को मारी गोली!

पटना में अपराधियों का दुस्साहस: अस्पताल में घुसकर मरीज को मारी गोली! पटना की कानून-व्यवस्था पर सवाल

यह घटना पटना की कानून-व्यवस्था की कमजोरियों को उजागर करती है। शहर के केंद्र में, जहाँ पुलिस मुख्यालय केवल 1.5 किलोमीटर और हाईकोर्ट 2.5 किलोमीटर की दूरी पर है, वहाँ ऐसी घटना का होना कई सवाल खड़े करता है। इससे पहले भी पटना के एशिया अस्पताल के निदेशक सुरभि राज की हत्या हुई थी, जो यह साबित करता है कि अपराधी अब किसी भी जगह को सुरक्षित नहीं मानते। यह घटना बिहार पुलिस की सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल उठाती है।

पुलिस की कार्रवाई और जाँच

 

घटना के बाद शास्त्रीनगर थाने की पुलिस तुरंत मौके पर पहुँची और जाँच शुरू की। सीसीटीवी फुटेज इकट्ठा किए गए हैं, और पटना के SSP कार्तिक के शर्मा ने कहा है कि अपराधियों को जल्द ही गिरफ्तार किया जाएगा। पुलिस आसपास के अन्य सीसीटीवी फुटेज की भी जाँच कर रही है और संदिग्धों की तलाश में छापेमारी कर रही है। लेकिन बार-बार ऐसी घटनाएँ होने से लोगों में पुलिस की कार्यक्षमता को लेकर निराशा बढ़ रही है।

अस्पताल की सुरक्षा पर सवाल

 

पारस अस्पताल जैसे प्रतिष्ठित संस्थान में इस तरह की घटना ने अस्पतालों की सुरक्षा व्यवस्था की पोल खोल दी है। आखिर अपराधी इतनी आसानी से अस्पताल में कैसे घुस गए? क्या वहाँ पर्याप्त सुरक्षा गार्ड या सीसीटीवी निगरानी नहीं थी? इस घटना के बाद मरीजों और उनके परिजनों में डर का माहौल है। अस्पताल में इलाज के लिए आने वाले लोग अब अपनी सुरक्षा को लेकर चिंतित हैं।

समाज के लिए सबक

 

पटना में अपराधियों का दुस्साहस: अस्पताल में घुसकर मरीज को मारी गोली! यह घटना हम सबको सोचने पर मजबूर करती है। अगर अस्पताल जैसे स्थान सुरक्षित नहीं हैं, तो आम लोग कहाँ जाएँ? बिहार सरकार और पुलिस प्रशासन को ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए कठोर कदम उठाने चाहिए। अस्पतालों, स्कूलों और सार्वजनिक स्थानों पर सुरक्षा बढ़ाने के लिए सख्त नीतियाँ लागू करनी होंगी। साथ ही, गैंगवार जैसे अपराधों को नियंत्रित करने के लिए पुलिस को और सक्रिय होना होगा।

हम क्या कर सकते हैं?

 

ऐसी घटनाओं को कम करने के लिए हमें जागरूक होना होगा। स्थानीय प्रशासन से सुरक्षा बढ़ाने की माँग करनी चाहिए। सोशल मीडिया पर इस घटना के बारे में जागरूकता फैलाकर हम और लोगों तक यह खबर पहुँचा सकते हैं। आपका क्या विचार है? पटना में अपराध को कम करने के लिए क्या कदम उठाए जा सकते हैं? अपनी राय कमेंट में बताएँ और इस पोस्ट को शेयर करके दूसरों तक यह खबर पहुँचाएँ!

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